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Friday, December 25, 2009

गुरुनाथ अखाडा द्वारा आयोजित हिन्दु विचारो रथ यात्रा के प्रथम चरण का शुभ आरम्भ- २१ जनवरी २०१०


भाजपा और जदयु के मुस्लिम प्रेम के विरोध में बिहार के
साधू संतों का एतिहासिक हिन्दू विचारो रथ यात्रा वाम पीठ पीठाधीश्वर जगतगुरु वामाचारी सेवक संजयनाथ की अध्यक्षता में २१ जनवरी से।

रथ यात्रा का उद्देश्य :

प्रिय हिन्दू बंधुओं,
बिहार के समस्त हिन्दूओं ने भाजपा के नाम पर राष्ट्रिय प्रजातान्त्रिक गठबंधन सरकार कों पूर्व के विधान सभा चुनाव में अपना बहुमूल्य वोट यह सोच कर दिया था की यह सरकार हिन्दुओं के पक्ष में भी कार्य करेगी। लेकिन हम सब हिन्दुओं का यह दुर्भाग्य था की हमारे ही वोट से सत्ताशीन होने वाली सरकार हम लोगों की ही उपेक्षा करने लगी। उक्त विषय पर ध्यान देते हुए बिहार के सभी साधू संतों ने गहरी विचार विमर्श के पश्चात् धर्म रक्षार्थ सड़क पर उतरने का निर्णय लिया है।
आप सभी हिन्दू अपने अधिकार के लिए जागे और अपना हक़ सरकार से मांगे। क्योंकि यह सरकार बिना मांगे सिर्फ मुस्लिमों के लिए सरकारी खजाना खोलती है और हम हिन्दूओं की घोर उपेक्षा कर रही है।
यहाँ पर आप लोगों के बीच बिहार सरकार की मुस्लिम प्रेम की कुछ झलकिया दी जा रहीं हैं, जिसपर आप सभी गंभीर विचार करे और अपने हक़ के लिए जागरूक होएं।

बिहार सरकार द्वारा मुस्लिमों के लिए किया गया कार्य

१ मुस्लिमों के लिए सरकार कब्रिस्तानों की घेरा बंदी सरकारी पैसों से जोर शोर से करा रही है.
२ मुस्लिम समुदाय के धर्म स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही उनके धर्म स्थलों के सभी प्रकार की आवश्यकताओं की पूर्ती की जा रही है।
३ मुस्लिम समुदाय की हज यात्रा पर सरकारी खजाने से अरबों रूपए लुटाये जा रहे हैं और भव्य हज हाउस के निर्माण पर सरकार करोड़ों रूपए खर्च कर रही है।
४ मुस्लिम समुदाय के बच्चो कों मेट्रिक की परीक्षा में प्रथम श्रेणी में आने पर दस हज़ार रूपए की प्रोत्साहन राशी दी जा रही है।
५ मुस्लिमों के लिए उर्दू शिक्षको की बहाली भारी संख्या में की जा रही है। स्थिति यह है की उर्दू शिक्षक बिहार में मिल नहीं रहे हैं।
६ अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय की शाखा बिहार के किशनगंज में खोली जा रही है जो सिमी जैसे प्रतिबंधित संगठन कों आश्रय देती है, जिसे पूरा भारत जानता है।
७ भागलपुर दंगा में एक भी मुस्लमान अभियुक्त नहीं हुआ।

बिहार सरकार द्वारा हिन्दूओं के लिए किया गया कार्य

१ हिन्दूओं के लिए कहीं भी नए शमशान घाट बनाना तो दूर, पुराने जर्जर शमशान घाटों की मरम्मत भी नहीं करवाई जाती।
२ हिन्दूओं के मंदिरों और मठों की संपत्तियों का अधिकरण कर तथा साधू संतों कों बाहुबली , गुंडा , क्रिमिनल जैसे शब्दों के इस्तेमाल से गालियाँ दी जा रही हैं तथा गाँव के छोटे मंदिरों कों यह सरकार कोई ध्यान नहीं देती है।
३ वहीँ हम हिन्दुओं के लिए ना कैलाशमान सरोवर, ना अमरनाथ और ना ही कोई भी दुर्गम तीर्थ स्थल पर सरकारी स्तर पर कोई व्यवस्था की जाती है। हम हिन्दुओं के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है। ४ वहीँ हिन्दू बच्चो के लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। क्या हिन्दुओं के बच्चे मेट्रिक की परीक्षा चोरी से पास करते हैं?
५ वहीँ संस्कृत शिक्षको तथा विद्यालयों की दशा की कोई भी सुधि लेने वाला नहीं है।
६ वहीँ हिन्दुओं के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की शाखा नहीं खोली जा रही है, जहाँ देश भक्त पैदा होते है।
७ वहीँ एक भी हिन्दू अभियुक्त निर्दोष एवं बरी नहीं हुआ। सभी हिन्दुओं कों उम्र कैद की सजा सुनाई गयी। क्या इस दंगे में सिर्फ मुस्लिम मरे थे? जिनका आरोप हिन्दुओं पर लगाया गया!! क्या हिन्दुओं की मौत नहीं हुई? यदि दंगे में हिन्दुओं की भी मौतें हुई तो फिर सिर्फ हिन्दुओं कों सजा क्यों? और हद तो यह है की सरकार हर मंच पर इसे सपनी सबसे बड़ी उपलब्धि बताती है।

गुरुनाथ अखाडा की बिहार सरकार से मांग :

१ धार्मिक न्यास परिषद् में अध्यक्ष से ले कर सदस्य सभी साधू , संत तथा सन्यासी हों।
२ बिहार में सभी जगह हिन्दुओं के शमशान घाट की व्यवस्था होत।
३ बिहार में सभी हिन्दुओं के बच्चो कों मेट्रिक की परीक्षा में प्रथम श्रेणी में आने पर दस हज़ार की पुरस्कार राशी दी जाये अन्यथा मुस्लिम बच्चो की भी प्रोत्साहन राशी कों बंद किया जाये।
४ बिहार के हिन्दुओं कों समय समय पर तीर्थ स्थल सरकारी खर्चे पर भेजा जाये तथा एक भव्य तीर्थ भवन का निर्माण कराया जाये।
५ बिहार के सभी संस्कृत विद्यालयों के विकास के साथ ही संस्कृत शिक्षकों की बहाली भी की जाये ताकि भारत की संस्कृति की जननी संस्कृत भाषा मरने से बच सके।
६ बिहार के उन सभी मठों और मंदिरों का विकास सरकार करे जिनको की नज़र अंदाज़ किया गया है और वह बहुत बुरी स्थिति में हैं।
७ गौ हत्या एवं गौ तस्करी पर जल्द से जल्द सरकार की तरफ से प्रतिबन्ध लगाया जाये ताकि फिर से बिहार में दूध की नदियाँ बहने लगें।

रथ यात्रा से जुड़े लोग :
रथ यात्रा के उदघाटन करता - परम पूज्य स्वामी चिन्मयानन्द सरस्वतीजी महाराज ( पूर्व गृह राज्य मंत्री भारत सरकार) परमार्थ आश्रम हरिद्वार
रथ यात्रा के मुख्य अतिथि - श्री रघुवंश सिंह ( पूर्व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार , वर्त्तमान सांसद )
रथ यात्रा के विशिष्ट अतिथि - श्री प्रभुनाथ सिंह ( पूर्व सांसद ), श्री विजय कुमार गुप्ता ( पूर्व मंत्री बिहार सरकार),राष्ट्र सेवा दल के संस्थापक श्री प्रदीप जोशी ( तात्कालिक विधायक देहरी अनसौन)

हिन्दू विचारो रथ यात्रा कार्यकारिणी कमिटी -
अध्यक्ष - वाम पीठ पीठाधीश्वर जगतगुरु वामचार्य सेवक संजय नाथ, गुरुनाथ अखाडा, रक्सौल।
उपाध्यक्ष - श्री महंत हरी चरण भारती , दुलारपुर मठ, बेगुसराय।


" हिन्दुओं एक हों "
"सिर्फ हज भवन क्यों तीर्थ भवन क्यों नहीं?"
"हम हिन्दू हैं अछूत नहीं "
" मुस्लिम छात्रों कों प्रोत्साहन राशी, हिन्दू छात्रों कों क्यों नहीं?" "कब्रिस्तानों की घेरा बंदी सरकारी खर्च से, शमशान घाट और छठ घाट कौन बनाएगा?"
"देश फिर गुलामी की तरफ अब फिरंगी नहीं पकिस्तान परस्त राज करेगा"
"हिन्दू नहीं जगे तो हमारे संस्कृति का पतन अवश्य संभावी है।"

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