लालगढ़ में सुरक्षाबलों की माओवादियों पर फतह एक बहुत बड़ी कामयाबी है। इस कामयाबी की प्रशंशा करते हुए जगतगुरु वामचार्य सेवक संजयनाथ ने केन्द्र सरकार के इस निर्णय को सराहा तथा केन्द्र सरकार से यह भी निवेदन किया है की भारत में कई और ऐसे राज्य हैं जहाँ नक्सलियों तथा माओवादियों का आतंक मचा हुआ है, इन राज्यों में बिहार, बंगाल, उडीसा तथा उत्तर प्रदेश जैसे राज्य आते है। अतः केन्द्र सरकार को सुरक्षाबल की सहायता से इन आतंकियों का मनोबल गिरा देना चाहिए और इसी प्रकार हरेक राज्य में उनके हमले को कड़ा जवाब देना चाहिए।
जगतगुरु ने सबसे अधिक चिंता नेपाल की स्थिति को देखते हुए जताया। उन्होंने कहा की नेपाल भारत की सीमा पर है। और इन माओवादियों के आतंक से चाइना नेपाल के रास्ते भारत को अशांत करना चाहता है।
उन्होंने सरकार को यह चेतावनी दी है की नेपाल में चाइना के कई जगह माओवादियों के रूप में आतंकवादी कैम्पस जारी है। चाइना की मदद से यह कैम्पस नेपाल में सुरक्षित रूप से अपने आतंकवादी कार्यों को अंजाम दे रहे है। और भारत में हर प्रकार से अशांति फैलाने की कोशिश लगे हुए है।
इस षडयंत्र की शुरुआत चाइना ने काफी वर्षो पहले ही कर दी थी। जिसका जीता जगता उदहारण नेपाल में माओवादियों के माध्यम से क्रांति कर नेपाल के राजा के प्रति लोगों में घृणा उत्पन करके , राजा की सत्ता को ख़त्म कर देना था।
चाइना यह जानता था की जब तक नेपाल में हिंदू राजा का राज्य रहेगा तब तक नेपाल में उनकी कम्युनिस्ट विचारधारा को बढावा नही मिल पायेगा। इसलिए माओवादियों की सहायता से चाइना ने पहले नेपाल से हिंदू राजा की सत्ता को हटा कर उसे धर्म निरपेक्ष राज्य बनाने का ढोंग रचा। इस कार्य में चाइना सफल हुआ। जिसका प्रभाव भारत और नेपाल दोनों ही राष्ट्रों पर पड़ रहा है। भारत जो की धर्म निरपेक्ष होते हुए भी एक हिंदू प्रधान राष्ट्र है, और नेपाल जो की स्वयं एकमात्र हिंदू राष्ट्र था , दोनों के बीच सदा से ही भाई चारा रहा है। नेपाल और भारत में किसी प्रकार की कोई अनबन नही रही है। भारत ने भी सदा नेपाल को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की है.
इस भाई चारे को तोड़ने करने के लिए चाइना की नेपाल से हिंदू धर्म को हटाने की साजिश सदा से रही और आज वह कामयाब हो चुका है।
इस स्थिति को याद दिलाते हुए जगतगुरु ने भारत सरकार से नेपाल में पुनः राजा की सरकार को वापस लाने के लिए कदम बढ़ाने की मांग की है। अन्यथा उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है की ऐसा यदि नही हुआ तो नेपाल सिर्फ़ कहने को ही नेपाल रह जाएगा, परन्तु वहां माओवादी सरकार की सुरक्षा तहत चाइना अपने भारत के खिलाफ मंसूबों को अंजाम देने में सफल होता रहेगा।
Counter
Sunday, June 21, 2009
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
सुन्दर-सटीक-सामयिक प्रयास. माँ काली और माँ भारती आपकी लेखनी को समृद्ध, सशक्त और सबल बनाए. आपका यह अधिष्ठान सफल हो.
ReplyDelete-जीत भार्गव
ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है.
ReplyDeleteBahut sundar rachana...really very nice..
ReplyDeleteRegards.
DevPalmistry [ Lines tell the story of ur life ]
बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
ReplyDeletegood.narayan narayan
ReplyDeleteहिंदी भाषा को इन्टरनेट जगत मे लोकप्रिय करने के लिए आपका साधुवाद |
ReplyDelete